25 फ़रवरी 2010

मौसम चुहुल मसखरी वाला



हास्य









      -डॉ०डंडा लखनवी
  
गली    देखिए   घाट देखिए।
रंगबिरंगी    हाट    देखिए।।

मौसम चुहुल-मसखरी  वाला,
आज   हुआ  स्टार्ट  देखिए।।

इनको  जनसेवक मत कहिए,
ये   अबके   सम्राट  देखिए।।

उनकी निधियों  में मत झाँको,
उनके  केवल   ठाठ  देखिए।।

आज  सदाचारी   हैं  वे  भी,
जो  कल  थे खुर्राट  देखिए।।

पॉलिस्टर    झाड़े  है   कोई,
कोई   पहने    टाट देखिए।।

शिवजी   के   बाराती   जैसे,
होरिहारों  के  पाट देखिए।।

उनको भी कुछ कुछ होता है,
उम्र  भले हो  साठ देखिए।।

दर्पण   के    सामने   निहारें,
बाबा  टाई    नॉट  देखिए।।

यूँ  झटके  दे  गया  आयकर,
खड़ी  हो गई खाट देखिए।।

क्हीं   कचैड़ी, कहीं  पकौड़ी,
कहीं चल रही चाट देखिए।।

भाभी  की  स्पिन बालिंग पर,
देवर जी  के  शॉट देखिए।।

पढ़ा  रही  साली  जीजा को,
सोलह  दूनी  आठ  देखिए।।

लव   लाइन  छूने  के  पहले,
उसका   मेगावाट   देखिए।।

होली  कहती  खोल के बैठो,
मन  के  बंद कपाट देखिए।।

सचलभाष-09336089753

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