प्रेम जहाँ अंधा है
चित्र गुगल से साभार |
प्रेम एक गेम है।
जिसका शुभ ऐम है॥
सपनों से सजा-धजा-
सुख-दुख का फ्रेम है।
हार - जीत पर इसमें
होता नो क्लेम है॥
परवानों के ख़ातिर-
ज्वाला है, फ्लेम है॥
प्रेम के बिना फिर भी-
कहाँ कुशल-क्षेम है॥
पहले लुटता मूरख-
करता फिर ब्लेम है॥
प्रेम बेवफाई को-
करता कनडेम है॥
प्रेम जहाँ अंधा है-
वहीं शेम - शेम है॥
सबके दिल में "डंडा"
इसका गुडनेम है॥
Lovely creation !
जवाब देंहटाएंवाह क्या ग़ज़ल है !
जवाब देंहटाएंहर शेर एक जेम है !!
बहुत सुंदर रचना...अच्चा लगा पढ़कर
जवाब देंहटाएंadarniy bhai dandaji,
जवाब देंहटाएंbahut achchhi vyngy gazal/hazal.
डंडा जी, बहुत खूब। मजा आ गया।
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मोबाइल चार्ज करने की लाजवाब ट्रिक्स।
डा० साहब ! हिंगलिश कविता बड़ी सटीक लिखी है आपने ! एकदम यथार्थ वर्णन है ! बहुत अच्छा लगा !
जवाब देंहटाएंek ....
जवाब देंहटाएंapni hi tarah ki
anokhee aur mazedaar gazal
w a a h !!
Bahut Khubsurat Abhivyakti.
जवाब देंहटाएंप्रेम जहाँ अंधा है-
जवाब देंहटाएंवहीं शेम - शेम है॥
सबके दिल में "डंडा"
इसका गुडनेम है ..
वाह क्या ग़ज़ल है ... आपने तो कमाल ही कर दिया ... नए नए काफिये तलाशे हैं ... बहुत खूब ...
बहुत खूब ...हमेशा की तरह ! शुभकामनायें !!
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक अभिव्यक्ति ..बेहतरीन ....शुभकामनायें
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