-डॉ० डंडा लखनवी
पंगई दंगई, लुच्चई, नंगई।
हर जगह बढ़ गई आजकल वाक़ई॥अब है मौसम का कोई भरोसा नहीं-
मार्च में जनवरी, जनवरी में मई॥
भा गया हैरीपाटर नई पौध को-
धूल खाती किनारे कहीं सतसई॥
जिसको देखो वो सपने में ही बक रहा-
मुंबई, मुंबई, मुंबई, मुंबई॥
राजा दसरथ अगर आज कोई बना-
नोच डालेगी अब की उसे केकई॥
गलियों-गलियों में करके सुना एमबीए.-
लड़की-लड़के कहें ले दही, ले दही॥
प्यार आहें भरे पहरेदारी में जो-
तो मोबाइल के जरिए मिले चंगई॥
चाहने वाले उसके बुढ़ा जाएंगे-
नई दिल्ली रहेगी नई की नई ॥
बिलकुल सटीक बात कही है सर.
जवाब देंहटाएंसादर
हर बात पर तीखा प्रहार करती सटीक रचना.
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक रचना!
जवाब देंहटाएंbahut achcha kataksh vyang prastut kiya hai.badhaai.
जवाब देंहटाएं"राजा दसरथ अगर आज कोई बना-
जवाब देंहटाएंनोच डालेंगी अब की उसे केकई॥"
Sir,wakai behtareen kataksh dekhane ko mila hai.Atyant samyik avam vyangy se bharpoor rachana.
अब है मौसम का कोई भरोसा नहीं-
जवाब देंहटाएंमार्च में जनवरी, जनवरी में मई॥......
परिवर्तन श्रृष्टि का नियम है,लेकिन वर्तमान में हो रहा यह परिवर्तन ही हमारे भविष्य का प्रतिबिम्ब नजर आता है,
उपरोक्त प्रभावी रचना हेतु आभार व्यक्त करता हूँ......
सादर..........
अच्छी तरह झकझोरा है लोगों को ,समझे तो बात बने।
जवाब देंहटाएंहर शब्द से तीखा प्रहार.
जवाब देंहटाएं"गलियों-गलियों में करके सुना एमबीए.-
जवाब देंहटाएंलड़की-लड़के कहें ले दही, ले दही॥"
बहुत अच्छी व्यंग्य-रचना|बधाई एवं शुभकामनायें|
-अरुण मिश्र
अब है मौसम का कोई भरोसा नहीं-
जवाब देंहटाएंमार्च में जनवरी, जनवरी में मई॥
एकदम ठीक कहा...
हा हा हा। हंसी की फुहार और व्यंग्य की धार एक साथ। बहुत बढि़या।
जवाब देंहटाएंभा गया हैरीपाटर नई पौध को-
जवाब देंहटाएंधूल खाती किनारे कहीं सतसई॥
चाहने वाले उसके बुढ़ा जाएंगे-
नई दिल्ली रहेगी नई की नई ॥
वाह !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
सत्य की धूप में ज्योंहि लाई गईं
चम्पई सूरतें हो गई सुरमई.
तीखा प्रहार, सटीक रचना.
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंजिसको देखो वो सपने में ही बक रहा-
जवाब देंहटाएंमुंबई, मुंबई, मुंबई, मुंबई॥
अब तो मुंबई भे नहीं कहते बैंकाक, दुबई।
आपकी ये रचना वाकई
जवाब देंहटाएंछा गई ,छा गई ,छा गई ।
जिसको देखो वो सपने में ही बक रहा-
जवाब देंहटाएंमुंबई, मुंबई, मुंबई, मुंबई॥
sateek vyang....
"राजा दसरथ अगर आज कोई बना-
जवाब देंहटाएंनोच डालेंगी अब की उसे केकई॥"
BAHUT KHOOB , UMDA RACHNA .BADHAI
Bahut badhiya rachna..
जवाब देंहटाएंRachna ji aap to cha gayi. Bahut sundar hai aapka blog. Thanks for sharing.
जवाब देंहटाएंCape Town Holiday Packages
Cheap Cape Town holidays
cheap football jerseys
जवाब देंहटाएं